A JOURNEY IN THE BUS वो अचानक से हमारी राहो मे आयी वजह मालूम न थी फिर भी हम दोनों ने नज़रे मिलाये उस सफर की मंज़िल थी लापता पर उस समय एक राह मिल गया अकेले चल रहा था मैं, लगा एक समय के लिए चाह मिल गया, शुष्क से चेहरे की खोई थी जो मुस्कान अचानक से खिलखिलाता हुआ पैगाम बन गया इस कल्पना वाले सफर का खुशनुमा अनदेखा अंजाम मिला गया, बहुत ज्यादा होने को थी हमारी बातें पर उन्हें उनका निश्चित पड़ाव मिल गया, वो उतर गयी अपनी मंज़िल पर और खत्म हमारा ख्वाब हो गया कुछ इस कदर वो छोटा सा सफर मेरे जिन्दगी का एक याद बन गया ।। written by thedarkshadow my youtube channel