वो अचानक से हमारी राहो मे आयी वजह मालूम न थी फिर भी हम दोनों ने नज़रे मिलाये उस सफर की मंज़िल थी लापता पर उस समय एक राह मिल गया अकेले चल रहा था मैं, लगा एक समय के लिए चाह मिल गया, शुष्क से चेहरे की खोई थी जो मुस्कान अचानक से खिलखिलाता हुआ पैगाम बन गया इस कल्पना वाले सफर का खुशनुमा अनदेखा अंजाम मिला गया, बहुत ज्यादा होने को थी हमारी बातें पर उन्हें उनका निश्चित पड़ाव मिल गया, वो उतर गयी अपनी मंज़िल पर और खत्म हमारा ख्वाब हो गया कुछ इस कदर वो छोटा सा सफर मेरे जिन्दगी का एक याद बन गया ।।
चलती रही हवाएं , अब इन्हें रोक पाए कौन भला भरी थी जो गुरुर दिल मे, अब इन्हें अपनाए कौन भला मिलते हैे हर राह पर स्वार्थी, पर इन्हें समझाए कौन भला अहमियत होती क्या है रिश्तों की, अ...
ये बेज़ार सी रातें कही एक अनजान सी चुप्पी साधे बिन बोले बहुत कुछ कह जाती है, कही अंधेरे में छिपाए वो ढेर सारी यादें पर अस्को से अपनी वो हर बात कह जाती है बहुत कुछ छिपा है पर पहरा ...
अज़ीब मामला है ज़िंदगी का सामने है सब ,पर कुछ बताती नही है मिलती तो है हर रोज़ हमसे पर राज अपने दिल के दिखाती नही है लेकर हज़ारो शिकायत लबो पे लेकिन कुछ हमसे कह पाती नही है कहते है कि नज़रे सब कुछ बयाँ कर देती है पर हमारी बदनसीबी है कि वो हमसे नज़रे मिलाती नही है।
Comments
Post a Comment