Posts

Showing posts from April, 2018

Selfish world

Image
हाल जो गुज़री है दिल पे वो बेदर्द जमाना क्या जाने जिन्हें दिखते है सिर्फ़ खुद के आंशू वो औरो का फ़साना क्या जाने।

वो खामोशी में भी बोल गया

Image
गुम सुम रहता ,कुछ न कहता राज वो सारे दिल मे रखता अब हँसना उसने छोड़ दिया वो खामोशी में भी बोल दिया ख्याल वो सबके मन की रखता ‎सब कुछ सहता, चुप सा रहता ‎सबसे आशा छोड़ दिया वो खामोशी ...

Feeling less

बड़े अस्क की चाहतो को दिल मे सजाता गया लोग जाते रहे हर वक्त और मैं मुस्कुराता गया अक्सर सवाल होते है संवेदनाओ पे मेरी वो आंसू बहाते रहे और मैं पथर्राता गया

ऐ मन ठहर जरा

Image
ऐ मन ठहर जरा वहां नही कोई तेरा जिस मोड़ पे है चल दिया है बस वहां दर्द भरा ऐ मन ठहर जरा वो लोग कोई और थे जिनसे तेरा था दिल लगा ये वक्त कोई और है क्यों बस नही खुद पे तेरा ऐ मन ठहर जरा व...

ज़िन्दगी

Image
अज़ीब राहे थी ज़िन्दगी की ना चाहते हुए भी चलना पड़ा जिन्हें समझा कभी अपना उनकी हरकतों से भी सम्भालना पड़ा हर एक दिन हर एक रातें कुछ यूं गुज़री की क्या कहूँ कभी हँसना पड़ा कभी रोना ...

चंद शब्द नन्ही आसिफा के नाम

Image
वो लोग कोई और थे जो इंसान बन गए हम तो बस अपनी खुदगर्ज़ी के निशान रह गए हम देखते है जानवरो को हेय दृष्टि से और वो अपने हरकत से इंसानियत को शर्मशार कर गए कभी गुमान था खुद को इंसान ...

नजरें (eyes)

Image
उनकी नज़रो का जोर कुछ ऐसा चला, सांसे चलती रही धड़कन थम सा गया, राते आती रही हर एक दिन की तरह, मैं तरसता रहा ,नींद गुम सा हुआ एक बेचैनी सी मन मे थी छाने लगी, मैं भुलाता रहा पर याद आने लग...

नज़र

उनकी नज़रो का जोर कुछ ऐसा चला सांसे चलती रही धड़कन थम सा गया राते आती रही हर एक दिन की तरह मैं तरसता रहा  नींद गुम सा हु आ

Cigarette

कही जलता रहा वो और उड़ता रहा उसके अस्तित्व का धुआं नासमझ जमाने ने उसे सिगरेट समझ लिया