गुम सुम रहता ,कुछ न कहता राज वो सारे दिल मे रखता अब हँसना उसने छोड़ दिया वो खामोशी में भी बोल दिया ख्याल वो सबके मन की रखता सब कुछ सहता, चुप सा रहता सबसे आशा छोड़ दिया वो खामोशी ...
बड़े अस्क की चाहतो को दिल मे सजाता गया लोग जाते रहे हर वक्त और मैं मुस्कुराता गया अक्सर सवाल होते है संवेदनाओ पे मेरी वो आंसू बहाते रहे और मैं पथर्राता गया
ऐ मन ठहर जरा वहां नही कोई तेरा जिस मोड़ पे है चल दिया है बस वहां दर्द भरा ऐ मन ठहर जरा वो लोग कोई और थे जिनसे तेरा था दिल लगा ये वक्त कोई और है क्यों बस नही खुद पे तेरा ऐ मन ठहर जरा व...
अज़ीब राहे थी ज़िन्दगी की ना चाहते हुए भी चलना पड़ा जिन्हें समझा कभी अपना उनकी हरकतों से भी सम्भालना पड़ा हर एक दिन हर एक रातें कुछ यूं गुज़री की क्या कहूँ कभी हँसना पड़ा कभी रोना ...
वो लोग कोई और थे जो इंसान बन गए हम तो बस अपनी खुदगर्ज़ी के निशान रह गए हम देखते है जानवरो को हेय दृष्टि से और वो अपने हरकत से इंसानियत को शर्मशार कर गए कभी गुमान था खुद को इंसान ...
उनकी नज़रो का जोर कुछ ऐसा चला, सांसे चलती रही धड़कन थम सा गया, राते आती रही हर एक दिन की तरह, मैं तरसता रहा ,नींद गुम सा हुआ एक बेचैनी सी मन मे थी छाने लगी, मैं भुलाता रहा पर याद आने लग...